Friday, December 31, 2021

Explainer: यूपी विधानसभा चुनावों से पहले 'बहन जी' खामोश, कहीं सियासी वॉक ओवर तो नहीं!

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UP Politics: दरअसल बड़ी चुनावी रैलियों के लिए पहचानी जाने वाली मायावती ने 9 अक्टूबर को काशीराम स्मारक स्थल पर परिनिर्वाण दिवस मनाया था. इसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. हालांकि, इसको चुनावी रैली नहीं माना जा सकता है.वहीं ब्राह्मणों से जोड़ने के लिए मायावती ने पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को जिम्मेदारी दी हुई है. सतीश की पत्नी कल्पना मिश्र का भी ब्राह्मण समाज की महिलाओं साधने की जिम्मेदारी निभा रही हैं. बता दें कि 22% एससी आबादी बसपा का कोर वोट है. आरक्षित सीटों पर मायावती हमेशा ही मजबूत रहीं हैं.

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